रविवार, 2 सितंबर 2012


भगत सिँह छात्र मोर्चा द्वारा माँगी गयी छात्रो की पन्द्रह सूत्री प्रमुख माँगे -
1.मुकम्मल छात्र संघ बहाल किया जाए ।
2.परिसर के अंदर धरना-प्रदर्शन करने, जुलूस निकालने व सभा-गोष्ठी करने की स्वतंत्रता दी जाए । सभा-गोष्ठी करने के लिए आसानी से सेमिनार हाल उपलब्ध कराए जाए ।
3.आर्थिक रुप से कमजोर छात्रो की छात्रवृत्ति सुनिश्चित की जाएं ।
4.सभी संकायों के छात्रावासों की संख्या बढ़ायी जाए एंव सरंक्षक की लापरवाही से जो कमरे पूरे वर्ष भर बंद रह जाते हैँ उन्हेँ अति शीघ्र वंचित छात्रो को उपलब्ध कराया जाए ।
5.विश्वविद्यालय प्रशासन परिसर के बाहर रहने वाले छात्रो के हित मेँ जिला प्रशासन से मिलकर किराया निश्चित कराये और छात्रोँ को किराये के रुप मेँ कुछ उचित अनुदान प्रदान करे ।
6.सभी छात्रोँ के लिए 24 घंटे पुस्तकालय खोला जाए व पुस्तकालय मेँ पुस्तको की संख्या बढ़ायी जाए ।
7.परिसर से लगे सभी गेटो को 24 घंटे खुला रखा जाए ।
8.सभी छात्रावासोँ के मेस की गुणवत्ता मेँ सुधार किया जाए और छात्रोँ के आर्थिक बोझ को कम करने के लिए उचित अनुदान दिया जाए ।
9.सभी जलपान गृहोँ मेँ खाने व नाश्ते की गुणवत्ता सुधारी जाए और छात्रोँ के आर्थिक भार को कम करने के लिए इन जलपान गृहोँ को उचित अनुदान दिया जाए ।
10.अध्यापकों व कर्मचारियोँ के लिए भी एक लोकतांत्रिक मंच होना चाहिए ।
11.महिला छात्रावासोँ के गेट भी 10 बजे रात तक खोले जाएँ और जरुरत पड़ने पर रात मेँ भी बाहर जाने की छूट दी जाए ।
12.समस्त विकलांग छात्रो को छात्रावास की पूर्ण गारण्टी दी जाए ।
13.नियमित कक्षायेँ न लेने वाले अध्यापकोँ पर कार्यवाही की जाए और छात्रोँ को अपने शिक्षक को बदलने का अधिकार दिया जाए ।
14.छात्रोँ व विश्वविद्यालय के संदर्भ मेँ किसी भी प्रकार के निर्णय लेने की प्रक्रिया मेँ लोकतांत्रिक तरिके से चुने गये छात्र प्रतिनिधियोँ की मुकम्मल भागीदारी हो ।
15.परिसर के अंदर पर्याप्त संख्या मेँ काँमन हाल की व्यवस्था की जाए जहां समस्त छात्र 24 घंटे अपनी पुस्तको को साथ ले जाकर पढ़ाई कर सकेँ ।

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